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विश्व कल्याण के उद्देश्य से पंडित मितेश पांडेय ने ११०० पार्थिव शिवलिंग पूजन का किया अनुष्ठान

उज्जैन के प्रसिद्ध पंडित मितेश पांडेय ने शिवरात्रि के अवसर पर विशेष ११०० पार्थिव शिवलिंग अभिषेक पूजन का भव्य आयोजन किया जिसमे कोरोना महामारी व् विश्वकल्याण के निवारण के संकल्प लिया।

शिवरात्रि के पावन पर्व पर श्री गजानन अनुष्ठान केंद्र उज्जैन के तत्वाधान में श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की पावन नगरी उज्जैन में विश्व कल्याण एवं कोरोना जैसी समस्त महामारियों के निवारण के शिव संकल्प के साथ 1100 संख्यात्मक शिव पार्थिवेश्वर पूजन का आयोजन ११ मार्च को उज्जैन के अगस्तेश्वर मंदिर प्रांगण में किया गया।




इस अनुष्ठान में ऑफ़्लाइन व ऑनलाइन माध्यम से क़रीब 1800 लोगों ने भाग लिया व अपनी समस्याओं के समाधान हेतु पूजन अर्चना कर भगवान शिव से आशीर्वाद माँगा।



उज्जैन के प्रसिद्ध पंडित मितेश पाण्डेय जी के मार्गदर्शन व श्री गजानन अनुष्ठान केंद्र के तत्वाधान में आयोजित इस धार्मिक अनुष्ठान में उज्जैन के लगभग ५१ विद्वान पंडितो ने वैदिक महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जिसके पश्चात पंडित मितेश पाण्डेय व उनके शिष्यों द्वारा रुद्रिपाठ व ११००

पार्थिव शिवलिंग का वैदिक मंत्रों द्वारा अद्भुत अभिषेक किया गया जिसका लाइव प्रसारण श्री गजानन अनुष्ठान केंद्र के फेसबुक पेज पर किया गया।


पंडित मितेश पाण्डेय जी ने आयोजन की प्रेसवार्ता में बताया कि सनातन धर्म में सदैव ही विश्व व जन कल्याण की बात कही गयी है। वर्तमान समय मे सम्पूर्ण संसार को प्रभावित करने वाली करोना जैसी महामारी के निवारण हेतु हमे यह अनुष्ठान आयोजित करने की प्रेरणा मिली, हम सनातन धर्म के ज्ञान का प्रकाश पूरे संसार में जात-पात, ऊच-नीच के भेद की समाप्ति एवं जन कल्याण के उद्देश्य से करना चाहते हैं। और हमें इस बात की हार्दिक प्रसन्नता है की अनेक देशों से अलग अलग जाति धर्म इत्यादि के लोगों ने बड़ी संख्या में सम्पर्क कर हमारा उत्साह बढ़ाया है। इस अद्भुत अनुष्ठान में भारत सहित मलेशिया,मालदिव,थाईलैंड,ऑस्ट्रेलिया, भूटान, श्रीलंका, सिंगापुर जैसे अनेक देशों से भारी संख्या में अलग अलग जाति धर्मों लोगों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया।हम आने वाले समय में जन कल्याण हेतु ऐसे ही और भी अनुष्ठान ईश्वरीय प्रेरणा एवं सभी के सहयोग से करते रहेंगे जिससे मानव संभ्यता रोग मुक्त,अज्ञान मुक्त,भेद भाव मुक्त एवं सनातनी ज्ञान से समृद्ध हो सके।


इस उपलक्ष्य में अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस अनुष्ठान में ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन माध्यम से अपनी उपस्तिथि प्रदान कर इस आयोजन को ओर भी भव्य स्वरूप प्रदान किया जिनमे विजय जी व्यास उज्जैन,भरत जी पंड्या उज्जैन,स्वामी मुस्कुराके उज्जैन,स्वामी खिलखिलाक़े उज्जैन,सुधांशु पांडेय मुम्बई, हरीश जी कटयाल मुम्बई, विपिन जी मल्होत्रा मुम्बई, प्रदीप जी वर्मा दिल्ली, आयुष्मान सिंह जी कानपुर उत्तरप्रदेश,

नितिन कोहली जी पटियाला,योगेश जी पांडेय,राम जी शुक्ल,मनीष जी व्यास,सतीश जी पटेल,अशोक जी शर्मा,विनोद गुरु,नानू जी पंड्या,प्रणव जी पंड्या,आदर्श जी भट्ट,राजेश जी शर्मा,सुधीर जी पंड्या,जयेंद्र जी व्यास,नीरज जी शर्मा,रोहित भट्ट सभी उज्जैन से आदि प्रमुख रहे।


वेद पाठ करने वाले विद्वानों में पंडित मितेश पांडेय जी के शिष्य पं अंकित शुक्ल,पं अर्पित पंड्या,पं लोकेंद्र रावल,,पं हर्षल व्यास,पं शिवम शर्मा,पं विवेक भट्ट,पं रितिक पंड्या,पं रचित व्यास,आदित्य शर्मा,पं अक्षत,पं हर्ष भट्ट,पं समर्थ शर्मा,पं वाचस्पति पांडेय,पं रेवांश,पं मोहनीश पंड्या,पं सार्थक शर्मा,पं हार्दिक शर्मा,पं अवनीश पंड्या आदि उपस्थित थे।



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