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कोरोना महामारी से ठीक हुए मरीजों में देखा गया हार्ट अटैक का खतरा, परेशानी दिखने पर तुरंत कराएं जाँच

लंदन के ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford university Of London) में हुए एक रिसर्च में ये दावा किया है कि कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो हुए मरीजों में हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत होने की संभावनाएं काफी अधिक देखि जा रही हैं।

शोधकर्ताओं के अनुसार, कोरोना से जो मरीज़ ठीक होजाते हैं, उसके बाद भी ऐसे कई मामले सामने आये हैं जिसमे लोग मर रहे हैं। उन्होंने बताया की अक्सर कोरोना के इलाज में डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट मरीज के lungs (फेफड़ों) के इलाज में जुटे होते हैं क्युकी कोरोना में सबसे ज़्यादा खतरा फेफड़ों को होता है जिससे मरीज के ऑक्सीजन कम होजाते हैं और ऑक्सीजन न मिल पाने के कारण उनकी मौत होजाती है।

ऑक्सीजन लेवल ठीक होजाने से माना जाता है की मरीज़ स्वस्थ्य है।


लेकिन समस्या उसके बाद भी आरही है, जब ये मामले बढे तो रिसर्च में ऐसा पाया गया की जो मौतें हुईं हैं उसमे लंग्स(फेफड़े) ख़राब न होने और हार्ट अटैक के ज़्यादा मामले थे। कोरोना के इलाज के बाद ठीक हुए मरीजों में ही ब्लड क्लॉट और हृदय से जुड़ी कई समस्या देखी गई हैं।


न करें अनदेखा

हार्ट अटैक एक ऐसी समस्या है जो शुरू में पहचानना काफी कठिन होता है, ज़्यादातर लोगो को ये पता ही नहीं लग पता की उन्हें हार्ट की समस्या होरही है और जब पता लगता है तबतक बहुत देर हो जाती है।


शुरू में लोगो के थकान, कमज़ोरी, पैरों और जोड़ो में सूजन, एक्सरसाइज करने में समस्या आना, धड़कन तेज़ होना, सांस लेने में दिक्कत महसूस होना, लगातार खांसी आना, वजन में तेजी से बढ़ावा आना, भूख की कमी होना, व् अधिक पेशाब आना होता है, लेकिन हम इन दिक्कतों का अनदेखा करते हैं जो की समय रहते इलाज नहीं हो पाता और बाद में काफी बढ़ जाता है।


अगर आप को पहले कोरोना हो चूका है और फिर भी ये समस्या आरही हैं तो किसी भी प्रकार के देरी या लापरवाही न कर तुरंत अपने डॉक्टर से कंसल्ट (संपर्क) करें।



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