कोरोना का भारतीय म्युटेंट है बाकि म्युटेंट से हज़ार गुना ज़्यादा खतरनाक
- द बुलेटिन डेस्क हिंदी
- 5 मई 2021
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कोरोना काल के चलते पुरे विश्व में समस्या के संकट मंडरा रहे है। और इसी में भारत में बेकाबू कोरोना की रफ़्तार पुरे देश में तांडव मचाये हुए है जिसके चलते रोज़ लाखों में कोरोना के नए मामले आरहे हैं और मरने वालो की संख्या भी काफी बढ़ी हुई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल कोरोना संकट कई बार अपने चरम पर होगा फिर कुछ दिन बाद उसमे थोड़ी गिरावट आएगी, ये सिलसिला पुरे साल चलेगा।
इसी बीच एक शोध में पाया गया है कि भारतीय मूल का एक नया म्युटेंट है जो कि बाकि म्युटेंट से करीब हज़ार गुना ज़्यादा संक्रामक व् खतरनाक है। ये म्युटेंट पहली बार आंध्र प्रदेश के करनूल जिले में पाया गया है और अब ये म्युटेंट पुरे भारत में तेज़ी से फ़ैल रहा है जिसकी वजह से कोरोना कि दूसरी लहर और भी ज़्यादा आक्रामक व् अनियंत्रित हो चुकी है। इस म्युटेंट को N440K नाम दिया गया है जिसे आंध्र प्रदेश या ऐपी (आप) स्ट्रेन भी बोलते है। बताया जारहा है कि ये म्युटेंट B1.617 और B1.618 वैरिएंट से ज्यादा ताकतवर है और करीब 15 से 1000 गुना ज़्यादा संक्रामक और खतरनाक है ।
इसकी वजह से 3 से 4 दिन में ही लोग बीमार हो जा रहे हैं इसका इनक्यूबेशन पीरियड और बीमारी फैलाने की समयसीमा कम है। लेकिन ये काफी तेजी से फैल रहा है और साथ ही ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रहा है। इस स्ट्रेन से संक्रमित लोग 3 से 4 दिन में ही गंभीर स्तिथि में पहुंच जा रहे हैं।
कोरोना के कई वैरिएंट्स और सैंपल की शोध सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB), हैदराबाद के वैज्ञानिक कर रहे हैं और ऐसा माना जा रहा है कि इस शोध से ये पता लगाया जासकता है कि कोनसा वेरिएंट कितना खतरनाक है जिससे इन वैरिएंट्स के इलाज में काफी मदद मिल सकती हैं।
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